पूर्व ब्लाक प्रमुख बीना सिंह की छठवी पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

पूर्व ब्लाक प्रमुख बीना सिंह की छठवी पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

रिपोर्ट - जितेन्द्र कुमार / शक्तिपाल सोनभद्र

पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि, वक्ताओं ने कहा -विकास और जनहित के प्रति समर्पित थीं बीना सिंह 

पुण्यतिथि पर जिले के संभ्रांतजनों के साथ परिचितों और शुभेच्छुओं ने अर्पित किया श्रद्धासुमन 

सोनभद्र। पूर्व ब्लाक प्रमुख बीना सिंह की छठवी पुण्यतिथि पर मंगलवार को उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पीडब्ल्यूडी कालोनी स्थित आवास पर हुई श्रद्धांजलि सभा में जिले के संभ्रांतजनो के साथ बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और उन्हें  श्रद्धासुमन अर्पित कर क्षेत्र के विकास में उनकी भूमिका और योगदान को याद किया। कहा कि बीना सिंह सामाजिक न्याय और विकास की पक्षधर थीं। आम जनहित के प्रति समर्पित थीं। अपनी राजनीतिक और सामाजिक यात्रा में वह अपनी निष्पक्षता और कुशलता के जरिए नारी शक्ति के लिए प्रेरणास्रोत बन कर उभरीं। 

क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत से विधानसभा चुनाव तक अपनी मजबूत सामाजिक और राजनीतिक पकड़ के जरिए बीना सिंह ने अपनी अलग पहचान कायम की थी। समाज के गरीब, कमजोर वर्गों के साथ ही क्षेत्र के समग्र विकास के लिए जीवनपर्यंत प्रयत्नशील रहकर उन्होंने राजनीति को अपनी जनसेवा का जरिया बनाया और खासी लोकप्रियता अर्जित की। श्रद्धांजलि सभा में  बीना सिंह के पति एवं वरिष्ठ समाजसेवी इंद्रदेव सिंह  के साथ शिक्षाविद ओम प्रकाश त्रिपाठी, वरिष्ठ कथाकार रामनाथ शिवेंद्र, नगर पालिका अध्यक्ष रूबी प्रसाद सदर ब्लाक प्रमुख अजीत रावत, आलोक सिंह राजन सिंह  जिला संघ चालक  हर्ष अग्रवाल, विकास मित्तल, शमशेर सिंह,, अवधेश पांडेय, , नरेंद्र बहादुर सिंह सुशील पाठक,  जिला पंचायत सदस्य नीरज श्रीवास्तव, हिदायतुल्ला खान, रिंकू सिंह बलदेव सिंह समेत बड़ी  संख्या में लोग शामिल हुए। वक्ताओं ने पूर्व प्रमुख बीना सिंह के भावपूर्ण स्मरण के साथ कहा कि जब भी जिले में महिलाओं के राजनीतिक, सामाजिक भागीदारी को मजबूत बनाने का जिक्र होगा, पूर्व प्रमुख बीना सिंह की भूमिका और उनके प्रयास हमेशा याद किए जाएंगे। वह नारी शक्ति के लिए प्रेरणास्रोत थीं। पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ समर्पित भाव से जनसेवा के दायित्वों का निवर्हन कर उन्होंने मर्यादित राजनीति की मिसाल कायम की। संचालन राकेश त्रिपाठी ने किया

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